Pedon ko keel taar poster ya cable se nuksaan dena ek gambhir samasya
समाजसेवी इरफान मछीवाला, माहिम ने जताई चिंता — पेड़ों को कील, तार, पोस्टर या केबल से नुकसान पहुंचाना एक गंभीर समस्या है।
पेड़ों को पोस्टर लगाने, बिजली की तारें लपेटने या कीलें ठोकने से उन्हें तात्कालिक ही नहीं, दीर्घकालिक नुक़सान भी होता है। समाजसेवी इरफान मछीवाला ने इस पर विस्तार से जानकारी दी।
1. शारीरिक क्षति
कील या तारें ठोकने से पेड़ की सबसे महत्वपूर्ण परत "कैम्बियम" को चोट लगती है, जो पोषण और पानी का प्रवाह सुनिश्चित करती है। बार-बार कीलें लगाने से घाव बनते हैं, जिससे पेड़ में फंगल इन्फेक्शन, कीड़े और सड़न हो सकती है।
2. विकास में रुकावट
पेड़ पर लपेटी गई तारें धीरे-धीरे पोषण प्रवाह को बाधित करती हैं, जिससे शाखाएं सूख सकती हैं या पूरा पेड़ मर सकता है।
3. तनाव और कमजोरी
पोस्टर का वजन और तारों का लगातार दबाव पेड़ में तनाव बढ़ाता है, जिससे उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है।
4. बिजली और आग का खतरा
बिजली की तारें पेड़ों के सहारे ले जाना बहुत खतरनाक है। बारिश या तूफ़ान में शॉर्ट सर्किट या आग लगने की संभावना रहती है।
5. प्राकृतिक सौंदर्य और पारिस्थितिकी को नुकसान
पोस्टर पेड़ों की प्राकृतिक सुंदरता को खराब करते हैं और उस पर रहने वाले पक्षी, कीट व अन्य जीवों के आवास को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
6. कानूनी और पर्यावरणीय उल्लंघन
कई नगरों में ये कार्य पर्यावरण सुरक्षा कानूनों के तहत गैरकानूनी हैं और इसके लिए जुर्माना या अन्य कार्रवाई हो सकती है।
7. प्रकाश संश्लेषण में बाधा
जब पत्तियों को प्लास्टिक या पोस्टर से ढक दिया जाता है तो उन्हें सूरज की रोशनी नहीं मिलती, जिससे पेड़ भोजन नहीं बना पाते।
8. वन्यजीवों को खतरा
कीलें और तार पक्षियों व गिलहरियों जैसे जीवों को घायल कर सकती हैं। जंग लगे कीलों से ज़मीन और पेड़ को भी रासायनिक नुकसान होता है।
निष्कर्ष
पेड़ हमारी जिंदगी और पर्यावरण का अहम हिस्सा हैं। उन्हें सजावट या सुविधा के नाम पर नुकसान पहुंचाना न केवल अमानवीय है बल्कि कानूनन भी गलत है। आइए, पेड़ों की रक्षा करें, न कि उन्हें हानि पहुँचाएं।