Mahim Social Workers Appeal for Animal and Bird Graveyards for Minorities
माहिम, मुंबई से एक अनोखी पहल सामने आई है, जहाँ समाजसेवी फारूक धाला और इरफान मछीवाला ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अल्पसंख्यक समुदायों के लिए जानवरों और पक्षियों के कब्रिस्तानों के आवंटन की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री को भेजे अपने निवेदन में बताया कि इस्लाम, ईसाई और यहूदी धर्मों में जानवरों को सम्मानपूर्वक दफनाना धार्मिक परंपरा का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
समाजसेवकों ने इस बात पर जोर दिया कि जिस प्रकार इंसानों के लिए अलग-अलग समुदायों के कब्रिस्तान निर्धारित हैं, उसी तरह जानवरों और पक्षियों के लिए भी धार्मिक परंपराओं के अनुसार स्थान तय किया जाना चाहिए। फारूक धाला ने कहा कि पालतू जानवर परिवार का हिस्सा होते हैं और हमारे धर्म हमें सिखाते हैं कि इंसानों की तरह जानवरों का भी सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार किया जाए।
इरफान मछीवाला ने भी इस मांग का समर्थन करते हुए सरकार से अनुरोध किया कि इस धार्मिक और भावनात्मक आवश्यकता को समझते हुए जानवरों और पक्षियों के लिए विशेष कब्रिस्तानों का प्रावधान किया जाए।
समाजसेवकों का कहना है कि वर्तमान में महाराष्ट्र में अल्पसंख्यक समुदायों के पशु प्रेमियों और पालतू जानवरों के मालिकों के पास धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार पालतू जानवरों को दफनाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे एक भावनात्मक और धार्मिक संकट उत्पन्न हो रहा है।
धाला और मछीवाला ने सरकार से अपील की कि इस मांग को गंभीरता से लिया जाए, ताकि पशु प्रेम और धार्मिक समावेशिता का उदाहरण स्थापित किया जा सके।
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