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BMC refuses to catch biting dog in Mahim without victim's vaccination proof, leaving locals angry



BMC refuses to catch biting dog in Mahim without victim's vaccination proof, leaving locals angry

मुंबई के माहिम वेस्ट के मोरी रोड इलाके में कुत्ते के काटने की एक घटना ने बीएमसी की लापरवाही और कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय रहवासियों और समाजसेवियों ने आरोप लगाया है कि बीएमसी के महालक्ष्मी डॉग कंट्रोल विभाग ने एक काटने वाले कुत्ते को पकड़ने से सिर्फ इसलिए इनकार कर दिया क्योंकि पीड़ित व्यक्ति ने अभी तक टीकाकरण का प्रमाण पत्र नहीं दिखाया था।

गवाहों के अनुसार, डॉग वैन घटनास्थल पर उस वक्त पहुंची जब पीड़ित और कुत्ता दोनों वहीं मौजूद थे। लेकिन बीएमसी की डॉग पकड़ने वाली टीम ने यह कहते हुए कुत्ते को नहीं पकड़ा कि जब तक पीड़ित डॉक्टर से पोस्ट-बाइट वैक्सीनेशन का सबूत नहीं देता, तब तक वे कुत्ते को नहीं ले जा सकते। उन्होंने यह भी कहा कि परेल का पशु अस्पताल बिना इस तरह की डॉक्टरी रिपोर्ट के कुत्ते को दस दिन की निगरानी में नहीं रखेगा।


इस पूरी घटना से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। सामाजिक कार्यकर्ता इरफान मछीवाला ने कहा, "यह बिल्कुल बेतुकी बात है। अगर किसी रहवासी को कुत्ते ने काटा है, तो बीएमसी को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। इलाज के कागजों का इंतजार करना गैरजिम्मेदाराना और खतरनाक है।"

लोगों का गुस्सा इस बात से और बढ़ गया जब बीएमसी की टीम ने आक्रामक कुत्ते को मौके पर ही छोड़ दिया, जिससे आसपास के निवासियों को लगातार खतरा बना हुआ है।

एक अन्य समाजसेवी सैयद गुलजार राणा ने कहा, "मुंबई में कुत्ते काटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इन पुराने और असंवेदनशील नियमों को तुरंत बदलने की जरूरत है। सबसे बड़ी प्राथमिकता जनता की सुरक्षा होनी चाहिए।"

अब माहिम के रहवासियों की मांग है कि बीएमसी को ऐसी घटनाओं में तुरंत और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, भले ही उस वक्त वैक्सीनेशन का कोई दस्तावेज उपलब्ध न हो, खासकर तब जब आक्रामक कुत्ता और पीड़ित दोनों मौके पर ही मौजूद हों।

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