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Raj Thackeray's Remark On Kumbh Sparks Controversy


Raj Thackeray's Remark On Kumbh Sparks Controversy  

राज ठाकरे ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 45-दिवसीय महाकुंभ मेले के दौरान संगम में स्नान करने वालों का मजाक उड़ाया।  

उन्होंने कहा कि लोगों को अंधविश्वास से बाहर निकलना चाहिए... मैं गंगा के गंदे पानी को छूना भी पसंद नहीं करूंगा, जहां लाखों लोग स्नान कर चुके हैं।  

उन्होंने कहा कि वे महाकुंभ से खरीदा हुआ पानी भी पीने से इनकार कर देंगे।  

सोशल मीडिया पर हम देखते हैं कि लोग गंगा में स्नान करते समय खुद को रगड़ रहे हैं, और यहां बाला नंदगांवकर मुझे वही पानी पीने के लिए दे रहे हैं! बताइए, कौन वह पानी पिएगा?"  

राज ठाकरे ने कुंभ मेले में पवित्र डुबकी लगाने की परंपरा पर तंज कसा।  

उन्होंने कहा कि गंगा को स्वच्छ बनाने की बात वे राजीव गांधी के समय से सुनते आ रहे हैं, लेकिन अब तक गंगा साफ नहीं हुई।  

देश अभी-अभी कोरोना महामारी से उबरा है, फिर भी किसी को परवाह नहीं है और लोग कुंभ मेले में स्नान के लिए भीड़ लगा रहे हैं।  

समझें कि आस्था और अंधविश्वास में क्या अंतर है। अंधभक्ति से बाहर निकलें और सोचना शुरू करें।  

उन्होंने विदेशों की नदियों की तुलना करते हुए कहा कि वहां की नदियां एकदम साफ होती हैं, जबकि हमारे यहां गंदा पानी नदियों में बहा दिया जाता है। 

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