Skip to main content

Mild tremors of an earthquake were felt in Pen and Sudhagad of Raigad district.


Mild tremors of an earthquake were felt in Pen and Sudhagad of Raigad district.

रायगढ़ जिले के पेण और सुधागड़ में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए

रायगढ़ जिले के पेण और सुधागड़ तालुकों में बुधवार (19 फरवरी) रात को भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। हालांकि, भूकंप मापक यंत्र पर इन झटकों की कोई आधिकारिक दर्ज नहीं हुई, लेकिन स्थानीय लोगों ने घरों में कंपन और बर्तनों के गिरने की सूचना दी।

पेण तालुका के हेटवणे बांध क्षेत्र और सुधागड़ के महागांव में रात 10 बजे पहला झटका महसूस हुआ, जिसके बाद कुछ हल्के झटके और आए। इसी तरह, देऊळवाडी, कलाकाराई, भोप्याची वाडी और केवलेवाडी गांवों के लोगों ने तड़के 3 बजे के आसपास भूगर्भ से अजीबोगरीब आवाजें सुनने की शिकायत की।

घबराए ग्रामीणों ने प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद राजस्व विभाग के अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।

हालांकि भूकंपमापक यंत्रों ने झटकों की कोई पुष्टि नहीं की, फिर भी एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण संस्थान के विशेषज्ञों से इन इलाकों का सर्वेक्षण करने का अनुरोध किया है। ग्रामीणों ने इस रहस्यमयी घटनाओं की जल्द से जल्द जांच की मांग की है, क्योंकि पूरी रात उन्होंने डर के माहौल में बिताई।

Populars Posts

BMC hands over Rs 60 lakh compensation to victim's family after prolonged efforts

Two sanitation workers and their father died in septic tank tragedy in Malvani   BMC hands over Rs 60 lakh compensation to victim's family after prolonged efforts   पिछले साल मालवणी के अंबोजवाड़ी इलाके में स्थित मनपा शौचालय के सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान एक दर्दनाक हादसा हुआ था जिसमें रामलगन केवट और उनके दो बेटे विकास केवट और सूरज केवट की जान चली गई थी। ये तीनों निजी कर्मचारी थे जो सफाई के लिए टैंक में उतरे थे और वहीं गिरने से उनकी मौत हो गई थी। Watch Report of Khabar face2face at  https://youtu.be/7HKGRZo1JmU इस हादसे ने मृतकों के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया था। रामलगन केवट की मौत के बाद उनके पीछे उनकी पत्नी इंद्रावती, एक बेटी, एक बेटा और ससुर का परिवार ही बचा था। हादसे के तुरंत बाद जनप्रतिनिधि के तौर पर विधायक असलम शेख इंद्रावती जी को यह भरोसा दिलाया था कि इस मुश्किल समय में मैं उनके साथ खड़ा हूं। विधायक असलम शेख ने बृहन्मुंबई महानगरपालिका और राज्य सरकार के अलग-अलग स्तरों पर इस मामले को उठाया ताकि मृतकों के परिजनों को न्याय और उचित...