Impact of Reservation on Merit and Efficiency Reservation Debate: Equality or Inequality? सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण को लेकर लंबे समय से बहस जारी है। इरफान मछीवाला का कहना है कि आलोचक मानते हैं कि कई बार आरक्षण के कारण कम अंक या कम योग्य उम्मीदवारों को सामान्य वर्ग के अधिक मेधावी उम्मीदवारों पर प्राथमिकता मिल जाती है। इससे न केवल सरकारी प्रशासन की कार्यक्षमता प्रभावित होती है बल्कि उच्च शिक्षा के स्तर पर भी असर पड़ सकता है। आर्थिक असमानता का पहलू भी सामने आता है। आरक्षण का लाभ अक्सर पिछड़े वर्गों के अपेक्षाकृत सम्पन्न हिस्से यानी क्रीमी लेयर तक ही सीमित रह जाता है जबकि गरीब तबके के लोगों तक असली फायदा नहीं पहुंच पाता। इस वजह से एक ही जाति समूह के भीतर असमानता और बढ़ जाती है। एक और चिंता प्रतिभाशाली छात्रों और पेशेवरों का पलायन है। सामान्य वर्ग के ऐसे छात्र और प्रोफेशनल जो आरक्षण व्यवस्था से खुद को वंचित महसूस करते हैं, वे अक्सर विदेश या निजी क्षेत्र की ओर रुख कर लेते हैं। इससे सरकारी संस्थानों से ब्रेन ड्रेन यानी प्रत...